अल्मोड़ा : बच्चों ने की मामूली शरारत, ठेकेदार ने सर में ही डलवा दिया लीसा!

         बच्चे अकसर छोटी-मोटी शरारतें करते रहते हैं कभी खेल-खेल में तो कभी गलती से और कभी कभी जान बूझकर। लेकिन अल्मोड़ा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे बच्चों को शरारत का इतना बड़ा दण्ड झेलना पड़ा कि उनकी जान तक जा सकती थी।


          मामला अल्मोड़ा जिले के सल्ट में स्यालदे तहसील के ग्राम टिटरी का है जहाँ ठेकेदार द्वारा चीड़ के पेड़ों पर लीसा निकालने के लिए लीसा कुप्पे लगाए गए थे जिनको बच्चों ने शरारत के तौर पर उतार दिया। जब यह बात लीसा ठेकेदार के कर्मियों को पता चली तो कर्मियों ने बच्चों को सबक सिखाने के लिए बच्चों की जान के साथ खेलकर लीसा बच्चों के सिर में ही डलवा दिया बस बच्चों की गलती इतनी थी की उन्होंने लीसा के कुप्पे पेड़ों से निकाल दिए थे। और खुद ही पूरी घटना का वीडियो भी बनवा दिया। बच्चों का कहना है कि लीसे से उनकी आंखों में तेज जलन के साथ सूजन भी आ रही है।

        दरअसल इन दिनों चीड़ के पेड़ों में कट लगाकर उस कट के नीचे लीसा इकठ्ठा करने के लिए कुप्पे लगाए जाते हैं जिनमे लीसा बूँद बूँद कर जमा होता रहता है, बाद में इसे उतारकर एक बड़े ड्रम में पैक किया जाता है और फिर उसे फैक्ट्रीयों में भेजा जाता है जहाँ उस लीसा से तारपीन का तेल या फिर अन्य चीजों में इस्तेमाल किया जाता है। लीसा को रेजिन के नाम से भी जाता है। अकेले उत्तराखण्ड सरकार सालाना डेड से दो करोड़ रूपए का राजस्व लीसा से प्राप्त करती है। 

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