संदेश

Rishikesh लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

देहरादून : भानियावाला से ऋषिकेश मार्ग होगा 4 लेन, 1हजार करोड़ से अधिक की धनराशि जारी । digitalpatr। डिजिटल पत्र।

चित्र
                राजधानी देहरादून को पहाड़ी क्षेत्रों को जोड़ने वाला देहरादून - ऋषिकेश राजमार्ग देहरादून से भानियावाला तक फोर लेन हो चुका है, लेकिन अभी भी भानियावाला से ऋषिकेश तक मार्ग भारी ट्रैफिक के बावजूद 2 लेन ही है इसी क्रम में भारत सरकार ने भानियावाला से ऋषिकेश तक फोरलेन सड़क निर्माण के लिए हाइब्रिड एनुइटी मोड (एचएएम) में 1036.23 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने खुद इसकी जानकारी दी। इस सड़क के फोरलेन बनने से जहां देहरादून से ऋषिकेश का सफर जाम से निजात मिलने पर आसान होगा, वहीं रानीपोखरी से ऋषिकश के बीच वन क्षेत्र में मानव-वन्यजीव के संघर्ष में भी कुछ कमी आ सकती है। परियोजना के तहत वन क्षेत्र में चार एलिफेंट कॉरिडोर बनेंगे। बता दें कि ऋषिकेश से रानिपोखरी के बीच घना वन क्षेत्र एवं हाथी बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से आये दिन वाहनों के साथ साथ वन्य जीवों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है, इस परियोजना के तहत इस वन क्षेत्र में चार एलीफैंट कोरिडोर बनने से कुछ निजात मिल सकती है।   ...

अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड : जेल से पहली बार आयी हत्यारों की तश्वीर। Ankita Bhandari Case। Pulkit Arya। Vanantra resort।

चित्र
                    वनंतरा रिसोर्ट में महज कुछ ही दिनों से बतौर रिसेप्सिनिस्ट काम कर रही 19 साल की मासूम अंकिता भण्डारी के निर्मम हत्यारे रिसोर्ट के मालिक पुलकित आर्य जो कि पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य के पुत्र हैं, रिसोर्ट कर्मचारी अंकित व रिसोर्ट के प्रबंधक सौरभ की तस्वीरें पहली बार जेल जाने के बाद मीडिया के सम्मुख आयी हैं। तस्वीरों में साफ दिख रहा है तीनों हत्यारों को इस बात की जरा भी शर्म, पश्चाताप नहीं है कि इन्होने कितना बड़ा अपराध किया है। तस्वीरों में इनके चेहरे के भावों से स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि अंकिता की हत्या बहस या फिर अचानक नहीं बल्कि पूरे प्लान के तहत की गई है, क्योंकि जो लड़की अपने दोस्त से कहे कि वो यहाँ से (रिसोर्ट) से निकलना चाहती है वही फिर इन दरिंदो के साथ घूमने कैसे जा सकती है। वहीं दूसरी ओर उत्तराखण्ड पुलिस का कहना है कि पूरे केस की जाँच हेतु sit गठित की जा चुकी है और sit बड़ी तेजी से सारे सबूतों को इकठ्ठा कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने हेतु प्रयासरत है। साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा केस से सम्ब...

पौड़ी : जागो उत्तराखण्ड के संपादक आशुतोष नेगी को धमकी भरे फोन! Ankita Bhandari। Ankita Bhandari case। Ashutosh Negi। Jago Uttarakhand

चित्र
           एक ओर जहाँ अभी अंकिता भंडारी की चिता की आग शांत भी नहीं हुयी कि दूसरी ओर इस पूरे प्रकरण को समाज के सम्मुख प्रमुखता से रखने वाले और इस पूरे प्रकरण में राज्य को एक आवाज उठाने को उत्साहित करने वाले पत्रकार 'जागो उत्तराखण्ड' के संपादक 'आशुतोष नेगी' को इस हत्याकाण्ड को जनता के सम्मुख रखने और सफेद पोस के पुत्र के काले कारनामो को सबके सामने रखने के कारण धमकी भरे फोन आने शुरू हो चुके हैं। अब पत्रकार करे तो क्या करे? अगर पत्रकार किसी नेता की तारीफ में दो शब्द कह दे तो उस पर पैसे खाने का इल्जाम जनता द्वारा लगाया जाता है और अगर पत्रकार सफेद पोस महानुभावों, बाहुबलियों के खिलाफ आवाज उठाये, एक बच्ची को इन्साफ दिलाने के लिए अपनी जान पर खेले तो उसे जान से मारने की धमकियाँ तोहफे में मिल जाती हैं। आशुतोष नेगी वही हैं जो अगर इस निर्मम हत्याकाण्ड पर आवाज न उठाते तो शायद कई अंकिता की तरह यह केस भी हमेशा के लिए गुमशुदगी मात्र का ही रहता और अंकिता के हत्यारे जेल की शलाखों के पीछे न होते।               धमकी मिलन...