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अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड : 'कुमार विश्वास' ने दी उत्तराखण्ड सरकार को सलाह! Kumar Vishwas। Ankita Bhandari Case। Uttarakhand। Vanantra Resort Rishikesh।

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                  इन दिनों पूरे देश में अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड पर राजनीति गरमाई हुयी है, अब उत्तराखण्ड के साथ - साथ देश भर के लोग की इस हत्याकाण्ड पर अपनी राय एवं सलाह सोशियल के माध्यम से रख रहे हैं। जहाँ एक ओर इन दिनों कांग्रेस पार्टी की पदयात्रा देश के कोने कोने में घूम रही है और कांग्रेस पार्टी के बड़े राष्ट्रीय नेता भी अपनी ओर से इस पुरे प्रकरण पर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश के मशहूर कवि कुमार विश्वास ने इस पूरे मुद्दे पर नयी बहस शुरू कर दी है, जिस पर उन्हें समर्थन व निंदा दोनों तरह की प्रतिक्रिया मिल रही हैं। बात अलग है कि कुमार विश्वास जब भी बोलते हैं बड़ा सोच समझ कर बोलते हैं जिस कारण उनकी बातों का समर्थन करने वालों कि संख्या अकसर ज्यादा होती है।                  दरअसल इस बार उन्होंने अपनी सोशियल मीडिया पोस्ट के जरिये जनता एवं सरकार के सम्मुख अंकिता हत्याकांड पर उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अंकिता के परिजनों को मुहावजे के रूप में आम जनमानस के पैसे दिए जाने पर आपत्ति ...

अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड : मुख्यमंत्री ने दिए अंकिता के परिजनों को 25 लाख रूपए की आर्थिक मदद के निर्देश। Ankita Bhandari case। Vanantra Resort Rishikesh। Pulkit Arya

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                      महज 19 साल की एक बच्ची जिसने इस छोटी उम्र में ही कुछ कर गुजरने के सपने देखे थे, जो अपने परिवार की आर्थिकी ठीक करने को घर से दूर परिवार से अलग रहकर काम कर रही थी, जिसने सपना देखा था कि उसका भी एक पक्का मकान हो, लेकिन नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था जो पहली कमाई मिलने से पहले ही वह मासूम बच्ची अपने आस पास मौजूद दानवों का शिकार हो गई। अंकिता भंडारी का परिवार बेहद गरीब परिवार है पिता पशुपालन और माँ आंगनबाड़ी में काम घर का गुजारा करते हैं एक छोटा भाई जो अभी पढ़ रहा है। जबसे अंकिता की हत्या हुयी है परिवार की आर्थिक स्थिति और भी बदतर हुयी है।                     मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सरकार की ओर से अंकिता के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद के निर्देश दिए हैं, उन्होंने कहा की पीड़ित परिवार को त्वरित न्याय मिल सके इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई के लिए माननीय न्यायालय से अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री धामी ने हत्यारों को जल्द...

अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड : जेल से पहली बार आयी हत्यारों की तश्वीर। Ankita Bhandari Case। Pulkit Arya। Vanantra resort।

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                    वनंतरा रिसोर्ट में महज कुछ ही दिनों से बतौर रिसेप्सिनिस्ट काम कर रही 19 साल की मासूम अंकिता भण्डारी के निर्मम हत्यारे रिसोर्ट के मालिक पुलकित आर्य जो कि पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य के पुत्र हैं, रिसोर्ट कर्मचारी अंकित व रिसोर्ट के प्रबंधक सौरभ की तस्वीरें पहली बार जेल जाने के बाद मीडिया के सम्मुख आयी हैं। तस्वीरों में साफ दिख रहा है तीनों हत्यारों को इस बात की जरा भी शर्म, पश्चाताप नहीं है कि इन्होने कितना बड़ा अपराध किया है। तस्वीरों में इनके चेहरे के भावों से स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि अंकिता की हत्या बहस या फिर अचानक नहीं बल्कि पूरे प्लान के तहत की गई है, क्योंकि जो लड़की अपने दोस्त से कहे कि वो यहाँ से (रिसोर्ट) से निकलना चाहती है वही फिर इन दरिंदो के साथ घूमने कैसे जा सकती है। वहीं दूसरी ओर उत्तराखण्ड पुलिस का कहना है कि पूरे केस की जाँच हेतु sit गठित की जा चुकी है और sit बड़ी तेजी से सारे सबूतों को इकठ्ठा कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने हेतु प्रयासरत है। साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा केस से सम्ब...

पौड़ी : जागो उत्तराखण्ड के संपादक आशुतोष नेगी को धमकी भरे फोन! Ankita Bhandari। Ankita Bhandari case। Ashutosh Negi। Jago Uttarakhand

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           एक ओर जहाँ अभी अंकिता भंडारी की चिता की आग शांत भी नहीं हुयी कि दूसरी ओर इस पूरे प्रकरण को समाज के सम्मुख प्रमुखता से रखने वाले और इस पूरे प्रकरण में राज्य को एक आवाज उठाने को उत्साहित करने वाले पत्रकार 'जागो उत्तराखण्ड' के संपादक 'आशुतोष नेगी' को इस हत्याकाण्ड को जनता के सम्मुख रखने और सफेद पोस के पुत्र के काले कारनामो को सबके सामने रखने के कारण धमकी भरे फोन आने शुरू हो चुके हैं। अब पत्रकार करे तो क्या करे? अगर पत्रकार किसी नेता की तारीफ में दो शब्द कह दे तो उस पर पैसे खाने का इल्जाम जनता द्वारा लगाया जाता है और अगर पत्रकार सफेद पोस महानुभावों, बाहुबलियों के खिलाफ आवाज उठाये, एक बच्ची को इन्साफ दिलाने के लिए अपनी जान पर खेले तो उसे जान से मारने की धमकियाँ तोहफे में मिल जाती हैं। आशुतोष नेगी वही हैं जो अगर इस निर्मम हत्याकाण्ड पर आवाज न उठाते तो शायद कई अंकिता की तरह यह केस भी हमेशा के लिए गुमशुदगी मात्र का ही रहता और अंकिता के हत्यारे जेल की शलाखों के पीछे न होते।               धमकी मिलन...