उज्जैन में रहेंगे अब बाबा केदार शीतकालीन 6 माह ? kedarnath। digital patr। डिजिटल पत्र।
केदारनाथ धाम के कपाट शीतकालीन 6 माह हेतु बंद हो चुके हैं, प्राचीन परंपरा अनुसार अब शीतकालीन 6 माह की पूजा शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारश्वर मंदिर उखीमठ में होगी। लेकिन अभी बाबा की शीतकालीन स्थल को लेकर एक नई बहस छिड़ चुकी है। एक प्रतिष्ठित अखबार के अनुसार बाबा केदारनाथ अब 8 माह हेतु उज्जैन में शिप्रा नदी के तट पर स्थित केदारश्वर महादेव मंदिर में विराजमान होंगे। प्रतिष्ठित अखबार के अनुसार बाबा केदार अब 8 माह हेतु उज्जैन में विश्राम करेंगे, और बाबा की पूजा अर्चना यहीं होगी। पुजारी विजय द्विवेदी के अनुसार अगले आठ माह हेतु बाबा उत्तराखण्ड में न रहकर उज्जैन के केदारश्वर मंदिर में ही रहेंगे।
बाबा के उज्जैन में रहने की हुई थी आकाशवाणी
प्रतिष्ठित अखबार के अनुसार बाबा केदारनाथ के उज्जैन में रहने को लेकर आकाश वाणी हुई थी। 6 माह केदारनाथ बर्फ से ढक जाने के कारण बाबा के दर्शन नहीं हो पाते हैं जिस कारण बाबा उज्जैन के केदारश्वर मंदिर में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। और आकाशवाणी में बाबा के 6 माह उज्जैन में विश्राम की बात कही गई है।
केदारनाथ की तरह ही है शिवलिंग
प्रतिष्ठित अखबार के अनुसार उज्जैन के केदारश्वर मंदिर में भी केदारनाथ स्थित शिवलिंग के आकर का ही शिवलिंग विराजमान है, जबकि अन्य मंदिरों में शिवलिंग का आकर एक सामान होता है, लेकिन उज्जैन के केदारेश्वर मंदिर में भी केदारनाथ के सामान त्रिकोणीय आकर का शिवलिंग विराजमान है।
क्या है प्राचीन परंपरा
जबकि प्राचीन परम्परा अनुसार प्राचीन काल से ही बाबा की शीतकालीन पूजा उखीमठ में होती है, बाबा ग्रीष्मकालीन 6 माह केदारनाथ एवं शीतकालीन 6 माह अपनी शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से ही अपने भक्तों को दर्शन देते हैं, यहीं पर बाबा की चलविग्रह मूर्ति विराजमान होती है। और अपने 6 माह के ग्रीष्म कालीन प्रवास के बाद बाबा इसी मंदिर में लौटते हैं।
अब दो - दो जगह बाबा की शीतकालीन स्थली बताये जाने से बाबा के भक्तों में संदेह की स्थिति पैदा हुई है। जबकि इस पर अभी तक मंदिर समिति की ओर से कोई भी स्पष्ठीकरण नहीं आया है।
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