देहरादून: सावधान! क्या आपके घर के आस पास भी घुमते हैं फर्जी बाबा?

 जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई लूट व चोरी की घटनाओं की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा घटनाओं के अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक नगर व ग्रामीण को आवष्यक दिशा-निर्देश देते हुए अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। गठित पुलिस टीमों द्वारा घटना में संलिप्त अभियुक्तों की तलाश हेतु घटना स्थलों व उनके आस-पास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का अवलोकन करते हुए सर्विलांस के माध्यम से अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। साथ ही अभियुक्तों द्वारा घटना को अजांम देने में अपनाई जा रही मोडस आपरेन्डी के सम्बन्ध में स्थानीय मुखबिरों को जानकारी देते हुए उन्हें सक्रिय किया गया तथा पूर्व में इस प्रकार की मोडस आपरेन्डी से घटनाओं को अंजाम देने वाले संगठित गिरोहों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। पुलिस टीम द्वारा विभिन्न घटना स्थलों व उसके आस-पास के क्षेत्रों के लगभग 450 सीसीटीवी कैमरों को चैक किया गया तथा सर्विलांस के माध्यम से संदिग्ध नम्बरों की जानकारी हेतु घटना स्थल व उसके आस-पास के डम्प डाटा को एकत्रित कर उसका गहनता से विष्लेषण किया गया, पर पुलिस टीम को कोई ठोस सफलता प्राप्त नहीं हुई। इसी दौरान पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि रूडकी तथा पथरी क्षेत्र में रहने वाले सपेरा जनजाति के व्यक्तियों का एक गिरोह इस प्रकार की मोडस आपरेन्डी को अपनाकर घटनाओं को अंजाम देता है तथा वर्तमान में वह देहरादून तथा उसके आस-पास के क्षेत्रों में काफी सक्रिय है। जिस पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा रूडकी व उसके आस-पास के क्षेत्रो में जाकर स्थानीय मुखबिरों के माध्यम से उक्त गिरोह के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी एकत्रित की गयी तो पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि फौजी गिरोह, जिसका सरगना फौजीनाथ उर्फ चिमटी नाम का व्यक्ति है, के द्वारा अपने साथियों गोपीनाथ व अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर विगत दिनों देहरादून के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई लूट व चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है तथा वर्तमान में उक्त गिरोह के सदस्य अपने-अपने घरों से फरार हैं, जो सम्भवतः देहरादून में ही किसी और घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। उक्त सूचना से उच्चाधिकारीगणों को अवगत कराते हुए पुलिस टीम द्वारा  देहरादून में अभियुक्तों के छिपने के सभी सम्भावित स्थलों पर दबिश दी गयी।  इसी बीच मुखबिर के माध्यम से पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि देहरादून के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट व चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले फौजी गिरोह के सदस्य महेन्द्र चौक से नीचे टी-स्टेट के बीच में बने खण्डहर में छुपे हुए हैं, जो सम्भवतः देहरादून में किसी अन्य घटना को अजांम देने की फिराक में हैं। उक्त सूचना पर गठित पुलिस टीमों द्वारा योजना बनाकर टी-स्टेट के बीच स्थित खण्डहर में दबिश दी गयी तो मौके पर खण्डहर के अन्दर पुलिस टीम को चार व्यक्ति मौजूद मिले, जिनसे नाम/पता पूछने पर उनके द्वारा अपना नाम: 01: फौजी नाथ उर्फ चिमटी 02: गोपीनाथ 03: गौरव नाथ तथा 04: बुद्दी उर्फ रितिक नाथ बताया गया। अभियुक्तों की तलाशी लेने पर उनके पास से नगदी, ज्वैलरी तथा अन्य सामान बरामद हुआ। जिसके सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त माल को देहरादून में बसन्त विहार, सेलाकुई, सहसपुर, प्रेमनगर आदि क्षेत्रों में घरों से लूटना व चोरी करना बताया गया तथा बताया कि जनवरी माह में उनके द्वारा ही प्रेमनगर स्थित निम्बस एकेडमी में रात्रि के समय घुसकर एक व्यक्ति को बन्धक बनाकर लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार कर बरामद माल को कब्जे पुलिस लिया गया। अभियुक्तों को आज समय से मां0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा। 
पूछताछ में गिरोह के सरगना अभियुक्त फौजी नाथ द्वारा बताया गया कि हम सभी सपेरा जनजाति के लोग हैं तथा रूडकी, पथरी व आस-पास के क्षेत्रों में रहते हैं। साँपो का काम बन्द होने के कारण हमारे पास कोई काम धंधा नही रह गया, जिस कारण हम सभी गिरोह बनाकर लूट व चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले हम बाबाओं को भेष में शनिदान व भिक्षा वृत्ति के नाम पर लोगों के घरों में जाकर रैकी किया करते थे, उसके पश्चात बस्ती के बाहरी क्षेत्रों में स्थित घरों को चिन्हित कर वापस अपने गन्तव्य को चले जाते थे। घटना को अंजाम देने के दिन योजना के मुताबिक हम दोपहर तीन से चार बजे के बीच अपने गन्तव्य से बस पकडकर आईएसबीटी देहरादून आते हैं तथा वहां से टैम्पो पकडकर जिस क्षेत्र में हमें लूट या चोरी की घटना को अंजाम देना होता है, उसके आउटर एरिया तक जाते हैं तथा आस-पास के जंगलो में छिपकर रात होने का इंतेजार करते हैं। रात्रि के समय लगभग 12 से 01 बजे के बीच हम जंगल से बाहर आकर चिन्हित किये गये घरों में लूट तथा चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। जिन घरों में चोरी के दौरान कोई व्यक्ति मौजूद होता है अथवा जाग जाता है, उसे हम अपने पास रखे पेंचकस के पिछले भाग में कपडा लपेटकर पिस्टल होने का एकसास कराते हुए उसे गोली मारने की धमकी देकर उन्हें चुप कराकर घटना को अजाम देते हैं। चिन्हित किये गये क्षेत्र में हम इसी प्रकार दो-तीन घरों में घटनाएं करके वापस जंगल में जाकर छुप जाते हैं तथा प्रातः काल लोगों के मार्निंग वाक के समय उनके साथ अलग-अलग भीड में मिलकर आईएसबीटी तक पहुंचते हैं तथा वहां से पुन: एक साथ अपने गन्तव्य को चले जाते हैं। घटना को अंजाम देते समय हम जो आलानकब अपने साथ ले जाते हैं उसे घटना के बाद वापसी में जंगल में ही फेंक देते हैं, जिससे कि कोई हम पर शक न कर सके। घटना के समय हम मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं तथा जिस क्षेत्र में हमें घटना करनी होती है वहां भी हम मुख्य बाजारों से दूर ऐसे सूनसान स्थान पर, जहां पर सीसीटीवी कैमरे न लगे हों, वहां उतरते हैं।जंगल में चले जाते हैं। पूर्व में हमारे द्वारा माह जनवरी में प्रेमनगर स्थित निम्बस एकेडमी के कार्यालय में रात्रि के समय घुसकर एक व्यक्ति को बंधक बनाते हुए लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। जिसमें हमें काफी नगदी बरामद हुई थी, उसके पश्चात पुलिस की गतिविधियां बढने से कुछ समय के लिये हम शांत हो गये थे। इसके पश्चात बरसात का मौसम शुरू होने तथा जंगलो में छिपने का पर्याप्त स्थान मिलने के कारण हम पुनः सक्रिय हो गये तथा दिनाँक 30-06-2022 को हमारे द्वारा थाना सेलाकुई क्षेत्र में तिलवाडी गांव में, दिनांक: 01-07-2022 को बसन्त विहार के नई बस्ती गोरखपुर क्षेत्र में, दिनांक: 05-07-2022 को सभावाला सहसपुर क्षेत्र में लूट व चोरी की घटनओं को अंजाम दिया गया था। दिनांक: 09-07-2022 को भी हमारे द्वारा नयागाव थाना पटेलनगर क्षेत्र में स्थित एक स्कूल में चोरी का प्रयास किया गया था, परन्तु हमें वहां से कुछ भी नहीं मिला। हमारे द्वारा पूर्व में देहरादून के विभिन्न स्थानों से चोरी की गयी ज्वैलरी को हरिद्वार व अन्य जगहों पर ज्वैलर्स को बेचने का प्रयास किया गया था परन्तु हर जगह हमसे हमारी आई0डी0 मांगे जाने पर हम उसे बेच नहीं पाये। आज भी हम देहरादून में लूट/चोरी की घटना को अंजाम देने के लिये आये थे, योजना के मुताबिक हमें आज घटना को अंजाम देने के पष्चात पूर्व में लूटी गयी ज्वैलरी को साथ लेकर देहरादून से यमुनानगर हरियाणा जाना था, पर उससे पूर्व ही पुलिस द्वारा हमें गिरफ्तार कर लिया गया। 
  अभियुक्त फौजी नाथ उर्फ चिमटी तथा गोपीनाथ वर्ष: 2021 में थाना रायवाला में हुई नकबजनी की घटना में थाना रायवाला से भी वांछित हैं तथा अभियुक्त गौरव तथा अभियुक्त फौजीनाथ वर्ष: 2021 में थाना कोटद्वार से चोरी के अभियोग में जेल जा चुके हैं। 


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